एक कबूतर चिट्ठी लेकर पहली-पहली बार उड़ा I Dushyant Kumar I Ghazal
0एक कबूतर चिट्ठी लेकर पहली-पहली बार उड़ा I दुष्यंत कुमार एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली—पहली बार उड़ा मौसम एक गुलेल लिये था पट—से नीचे आन...
एक कबूतर चिट्ठी लेकर पहली-पहली बार उड़ा I दुष्यंत कुमार एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली—पहली बार उड़ा मौसम एक गुलेल लिये था पट—से नीचे आन...
ये धुएँ का एक घेरा कि मैं जिसमें रह रहा हूँ I दुष्यंत कुमार ये धुएँ का एक घेरा कि मैं जिसमें रह रहा हूँमुझे किस...