पहले पहल तो मुझ को हिचकी आती थी I Aakash Atharv I Ghazal
0पहले पहल तो मुझ को हिचकी आती थी । आकाश अथर्व पहले पहल तो मुझ को हिचकी आती थीबा’द में तेरे नाम की चिट्टी आती थी...
पहले पहल तो मुझ को हिचकी आती थी । आकाश अथर्व पहले पहल तो मुझ को हिचकी आती थीबा’द में तेरे नाम की चिट्टी आती थी...
उदासी बैठ के उसकी कलाई काटती है । अभिसार गीता शुक्ल उसी तरह से मुझे ये जुदाई काटती हैकिसी परिन्दे को जैसे रिहाई काटती है कोई...
जो चाहती दुनिया है वो मुझ से नहीं होगा I शहरयार जो चाहती दुनिया है वो मुझ से नहीं होगासमझौता कोई ख़्वाब के बदले नहीं होगा...
एक कबूतर चिट्ठी लेकर पहली-पहली बार उड़ा I दुष्यंत कुमार एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली—पहली बार उड़ा मौसम एक गुलेल लिये था पट—से नीचे आन...
ये धुएँ का एक घेरा कि मैं जिसमें रह रहा हूँ I दुष्यंत कुमार ये धुएँ का एक घेरा कि मैं जिसमें रह रहा हूँमुझे किस...