मृत्यु I Navin Rangiyal I Poetry

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मृत्यु । नवीन रांगियाल

मृत्यु मेरा प्रिय विषय है
लेकिन
मैंने कभी नहीं चाहा
कि मैं मर जाऊँ
इतनी छोटी वजह से
जहाँ
केवल दिल ही टूटा हो
और
शेष पूरी देह सलामत हो।

  • नवीन रांगियाल । Naveen Rangiyal I Poetry

Poetry I Vijit Singh Studio

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