माँ I Samriddhi I Poetry

0

माँ । Poetry I समृद्धि

माँ तुम्हें
कुछ कम माँ होना चाहिए था
ताकि तुम्हारे हिस्से आ पाती
थोड़ी ज़्यादा नींद,
कुछ कम थकान,
थोड़ा लम्बा वसंत
और ज़रा देर से बुढ़ापा,
पर तुमने हर बार चुना
अपनी क्षमता से
कहीं ज़्यादा माँ होना।

समृद्धि । Samriddhi I Poetry

Poetry I Vijit Singh Studio

Spread the love