एक खिड़की I Ashok Vajpeyi I Poetry
0एक खिड़की I अशोक वाजपेयी मौसम बदले, न बदलेहमें उम्मीद कीकम से कमएक खिड़की तो खुली रखनी चाहिए। शायद कोई गृहिणीवसंती रेशम में लिपटीउस वृक्ष के...
एक खिड़की I अशोक वाजपेयी मौसम बदले, न बदलेहमें उम्मीद कीकम से कमएक खिड़की तो खुली रखनी चाहिए। शायद कोई गृहिणीवसंती रेशम में लिपटीउस वृक्ष के...
मुलाक़ातें I आलोक धन्वा अचानक तुम आ जाओ इतनी रेलें चलती हैंभारत में कभी कहीं से भी आ सकती होमेरे पास कुछ दिन रहना इस घर...
कितना अच्छा होता है I Kitna Accha Hota Hai Poetryकवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेना I Written by Sarveshwar Dayal Saxenaकाव्य पाठ : विजित सिंह I Poetry...
मृत्यु । नवीन रांगियाल मृत्यु मेरा प्रिय विषय है लेकिन मैंने कभी नहीं चाहाकि मैं मर जाऊँइतनी छोटी वजह से जहाँकेवल दिल ही टूटा हो और...
हारना I यतीन्द्र मिश्र कई बार जीवन मेंहारना अच्छा लगता हैजैसे झुकना अच्छा लगता है अक्सरअपनी ही बनाईवर्जना के ख़िलाफ़ यह जानना कम दिलचस्प नहींग़लत थे...
कैसे गीत लिखूँ I Kaise Geet Likhoon कवि : डॉ.राजेश हर्षवर्धन I Poet : Dr.Rajesh Harsvardhan काव्य पाठ : विजित सिंह I Poetry recite by Vijit...
उसके प्रेम में I Uske Prem Meinकवि : नवीन रांगियाल I Poet : Navin Rangiyalकाव्य पाठ : विजित सिंह I Poetry recite by Vijit SinghShow name...
हारे हुए लोग I Haare Hue Log कवि : दिनेश श्रीनेत I Poet : Dinesh Shrinet काव्य पाठ : विजित सिंह I Poetry Recite : Vijit...
हमेशा देर कर देता हूँ मैं I Hamesha Der Kar Deta Hoon Main लेखन : मुनीर नियाज़ी I Written by : Muneer Niyazi काव्य पाठ :...
तुम्हारे साथ रहकर… I Tumhare Saath Rahkar… लेखन : सर्वेश्वर दयाल सक्सेना I Written by : Sarveshwar Dayal Saxena काव्य पाठ : विजित सिंह : Poetry...